3/15/10

छुक छुक...



आईए आपको एक ऐसी खिड़की से दुनिया दिखाते है जिसके अंदर पूरी दुनिया होती है, और उस खिड़की से पूरी दुनिया दिखती है| मैं भी नहीं समझ पाया इस खिड़की के अंदर और बहार दोनों ओर इतनी विविधता ही विविधता कैसे है| उस खिड़की से ना जाने कितनी दुनिया देखी जा सकती है कोई ठिकाना नहीं| नहीं नहीं ... ये आपके कम्प्युटर वाली विंडो की बात नहीं हो रही| ये है हमारे भारतीय रेलों की खिड़की से जुड़ी कहानी...

हमारी भारतीय संस्कृति जितनी विविध है शायद ही कोई दूसरी संस्कृति विविधता में इसका मुकाबला कर सके| अब ये तो संभव नहीं की आप भारत के हर जगह के बारे में जानकारी रख पाए| पर ये जो अनोखी खिड़की है पता नहीं कैसे गूंगी होते हुए भी हर कुछ चुप चाप कह जाती है| जी हाँ! ये वो हर बात कह जाती है जो आप कितनी भी समाजशास्त्र की किताबें पढ़ कर नहीं जान सकते| हरे-भरे खेत से लेकर बंजर पठार, बड़े-बड़े महानगर से लेकर छोटे-छोटे गांवों सभी जगह से गुजरती यह खिड़की आपको हर जगह की कम से कम एक रुपरेखा से तो जरूर अवगत करा देती है|

रेल की बात हो और रास्तों में मिलने वाले लोगों की बात न हो, हो ही नहीं सकता है| आप विश्वास नहीं कर सकते आपको जितने लोग मिलेंगे सारे के सारे एक दूसरे से अलग और सारे किसी न किसी तरह से कुछ अनोखे| कुछ तो राजनितिक बातें ऐसे करेंगे की ऐसा लगेगा मनो अमुक नेता तो उनसे व्यक्तिगत रूप से वो बात कह गया था| कुछ आपको अपने जिंदगी के बारे में बता बता कर अपने महानता का भी परिचय देने लगते हैं- "जानते हैं हम एकबार ..."| कई बार तो ऐसे लोग भी मिल जाते हैं, जिनको देख कर गुस्सा तो आता ही है साथ ही उनकी मानसिकता पर तरस भी आता है| बहुत ही विविधता भरी होती है ये रेल यात्रा| इतना रंग और रूप होता है इन यात्राओं में की आप सोच भी नहीं सकते हैं की क्या सच में ये एक ही देश है या एक पूरी दुनिया| 

रेल के अंदर की गुद्गुदाती दुनिया से कही ज्यादा आह्लादित कर देने वाली होती है खिड़की के बाहर की दुनिया| हरे भरे खेत और रंगबिरंगे नज़ारे पूरी यात्रा की थकान को मिटा देते है| कई बार तो आपको दिन में रात का एहसास करा देने वाले सुरंग भी रास्ते में मिल जाते है, जो यात्रा को और रोमांचकारी बनाते है| शायद भारतीय रेल ही ऐसी रेलवे होगी जो हर प्रकार के भौगोलिक क्षेत्रों से गुजरती है|

कभी सोचा है, रात भर जब आप सोये रहते हैं, फिर भी रेलें रूकती नहीं है, सारे स्टेशन पर रेलकर्मी जागते रहते है| पर ये सारे चीजें हमें पता भी नहीं चलती| बहुत ही बड़ा योगदान है भारतीय रेल का हम भारतियों को एक भारत बना कर रखने में|

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